जिम्बाब्वे में विमान हादसे में भारतीय अरबपति हरपाल रंधावा और उनके बेटे की मौत

जिम्बाब्वे में विमान हादसे में भारतीय अरबपति हरपाल रंधावा और उनके बेटे की मौत

जिम्बाब्वे में विमान हादसे में भारतीय कारोबारी हरपाल रंधावा समेत छह लोगों की मौत हो गई.

दक्षिण-पश्चिमी जिम्बाब्वे (Zimbabwe) में एक निजी विमान तकनीकी खराबी के कारण हीरे की एक खदान के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इससे उसमें सवार एक भारतीय खनन कारोबारी हरपाल रंधावा (Harpal Randhawa) और उसके बेटे सहित छह लोगों की मौत हो गई. मीडिया में प्रकाशित खबरों से यह जानकारी सामने आई है.

समाचार वेबसाइट ‘आईहरारे’ ने अपनी खबर में बताया कि मशावा के जवामहांडे इलाके में हुए विमान हादसे में खनन कंपनी ‘रियोजिम’ के मालिक हरपाल रंधावा, उनके बेटे और चार अन्य लोगों की मौत हो गई. ‘रियोजिम’ सोने और कोयले का उत्पादन करने के साथ-साथ निकल और तांबे को परिष्कृत करने वाली एक प्रमुख खनन कंपनी है.

खबर के मुताबिक, ‘रियोजिम’ के स्वामित्व वाला सेसना 206 विमान शुक्रवार को हरारे से मुरोवा हीरा खदान की ओर जा रहा था, तभी यह दुखद हादसा हुआ. एकल इंजन वाला विमान मुरोवा डायमंड खदान के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसकी सह-मालिक ‘रियोजिम’ है.

खबर के अनुसार, जवामहांडे में पीटर फार्म में गिरने से पहले विमान में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते उसमें संभवतः हवा में विस्फोट हो गया. इसमें बताया गया है कि हादसे में विमान में सवार सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई.

‘द हेराल्ड’ अखबार ने पुलिस के हवाले से प्रकाशित खबर में बताया कि हादसे में मारे गए चार लोग विदेशी, जबकि दो अन्य जिम्बाब्वे के नागरिक थे. पुलिस ने अभी तक मृतकों के नाम जारी नहीं किए हैं, लेकिन रंधावा के दोस्त और पेशे से पत्रकार एवं फिल्म निर्माता होपवेल चिनोनो ने हादसे में उनकी मौत की पुष्टि की है.

रंधावा के दोस्त फिल्म निर्माता होपवेल चिनोनो ने एक्स पर उनकी मौत पर शोक जताया है और लिखा है, ”रियो ज़िम के मालिक हरपाल रंधावा के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. उनकी ज़विशावेन में एक विमान हादसे में मौत हो गई. उनके बेटे जो कि एक पायलट भी थे, हालांकि इस उड़ान में वे एक यात्री थे, सहित पांच अन्य लोगों की इस दुर्घटना में मृत्यु हो गई.”

चिनोने ने यह भी लिखा कि, ”वह जीवन संबंधी सलाह देने में बहुत उदार थे, और एक धनवान व्यक्ति के रूप में बहुत विनम्र थे. उनके जरिए मेरी मुलाकात व्यापारिक, राजनयिक और राजनीतिक जगत के कई लोगों से हुई. मेरी संवेदनाएं उनकी पत्नी, परिवार, दोस्तों और रियो ज़िम समुदाय के साथ हैं. उनकी आत्मा को शांति मिले, आपका काम और प्यार जिम्बाब्वे के लिए स्थायी विरासत होगी.”

चिनोनो ने एक अन्य पोस्ट में पिता-पुत्र की जोड़ी की श्रद्धांजलि सभा की जानकारी दी. 

चिनोने ने 4 अक्टूबर को होने वाली इस सभा में उनके परिवार और दोस्तों को आमंत्रित किया है.



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