चीन में प्रदर्शनों के बाद कोविड प्रतिबंधों में ढील: लोगों को कोरोना फैलने का डर, मेडिकल स्टोर्स पर दवाई खरीदने के लिए लग रही लंबी लाइनें

बीजिंगएक घंटा पहले

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चीन में हफ्तों से जारी विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार आज से कोविड प्रतिबंधों को कम करने जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित कुछ लोगों को होम क्वारंटाइन की अनुमति दी जाएगी और अनावश्यक टेस्टिंग पर लगाम लगाई जाएगी। ऐसे में चीन के लोगों को डर है कि वायरस अब और ज्यादा फैल जाएगा। इसलिए मेडिकल स्टोर्स पर भीड़ उमड़ गई है। बड़ी संख्या में लोग कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए जरूरी दवाइयां खरीदकर घर में रख रहे हैं। इनमें ज्यादातर वे लोग हैं जिन्होंने कोविड वैक्सीन नहीं लगवाई है। बता दें कि चीन में मंगलवार को 24,440 कोरोना मामले सामने आए, जो सोमवार को आए 27,164 से कम थे।

लोगों को डर है कि प्रतिबंध कम होने से कोरोना मामलों में बढ़ोतरी होगी

लोगों को डर है कि प्रतिबंध कम होने से कोरोना मामलों में बढ़ोतरी होगी

तेजी से खत्म हो रहा दवाइयों का स्टॉक

बीजिंग के पास स्थित चाओयांग जिले में रहने वाले 33 वर्षीय झांग बताते हैं कि मेडिकल दुकानों से जरूरी दवाइयां तेजी से गायब हो रही हैं। कल रात दवाइयां उपलब्ध थीं लेकिन अब कई जरूरी दवाइयां खत्म हो गई हैं। वो कहते हैं कि चाओयांग जिले में बड़ी संख्या में कोरोना मामले सामने आ रहे हैं इसलिए लोग आने वाले खतरे को देखते हुए दवाइयां जमा कर रहे हैं। दवाइयों की मांग बढ़ने से कफ सीरप निर्माता गुइझोउ बेलिंग और जिन्हुआ फार्मास्यूटिकल जैसी दवाई कंपनियों के शेयर भी ऊपर गए हैं। अधिकारियों ने दवाइयों की कम होती सप्लाई और बढ़ती कीमतों को देखते हुए चेतावनी जारी की है। बीजिंग म्यूनिसिपल फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि जरूरत होने पर ही दवाइयां खरीदें, बेवजह उन्हें इकट्ठा करके ना रखें। हालांकि चेतावनी के बाद भी लोग जमकर दवाइयां खरीद रहे हैं।

चीन में लोगों को सार्वजनिक जगहों पर हेल्थ कोड स्कैन करना पड़ता है

चीन में लोगों को सार्वजनिक जगहों पर हेल्थ कोड स्कैन करना पड़ता है

हेल्थ कोड को स्कैन करने की बाध्यता होगी खत्म

कोविड प्रतिबंधों में छूट के बाद कम खतरे वाले लोगों को कोरोना संक्रमित होने पर आइसोलेशन सेंटर में नहीं जाना होगा। वे होम क्वारंटाइन में रहकर इलाज करवा सकेंगे। कोरोना टेस्टिंग में भी कमी लाई जाएगी। सिर्फ ज्यादा खतरे वाले लोगों की ही टेस्टिंग की जाएगी। चीन सरकार ने सार्वजनिक जगहों पर जाने से पहले हेल्थ कोड स्कैन करने की बाध्यता को भी समाप्त कर दिया है। अब सिर्फ ज्यादा खतरे वाले इलाकों में ही लॉकडाउन लगाया जाएगा। कम खतरे वाले इलाकों में कुछ मामले आने पर भी सामान्य जनजीवन चलता रहेगा। साथ ही वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाई जाएगी।

होम आइसोलेशन की शुरुआत बीजिंग से हुई थी लेकिन बढ़ते मामलों के बीच क्वारंटाइन सेंटर्स में जगह कम पड़ने पर इस नियम को देशभर में लागू किया जाएगा। यह चीन की कोविड नीति में बदलाव को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड प्रतिबंधों में ढील देने से लोग कोरोना को एक खतरनाक बीमारी मानना बंद देंगे और इसे सामान्य रूप से देखेंगे। इससे चीन भी दुनिया की बाकी देशों की तरह कोविड से लड़ लाएगा।

विरोध-प्रदर्शनों के चलते मजबूर हुई चीन सरकार

देशभर में हुए विरोध-प्रदर्शनों के चलते चीन सरकार को कोविड प्रतिबंधों में छूट देनी पड़ी। दरअसल जीरो कोविड पॉलिसी के अनावश्यक प्रतिबंधों और सख्ती से वहां के लोग परेशान थे। सभी शहरों में अलग नियमों की वजह से लोग परेशान हो गए थे और उन्होंने विरोध-प्रदर्शनों का रास्ता अपनाया था। जिसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आ रहे हैं।

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