गुलशन सिंह/ बक्सर. बिहार के बक्सर जिला में सब्जियों की खेती कर किसान न सिर्फ आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे हैं बल्कि कृषि के क्षेत्र में नया आयाम भी रच रहे हैं. बक्सर के सिमरी प्रखंड के किसान मीनू चौधरी के पास अधिक खेती करने के लिए अपनी जमीन नहीं है. इसके बावजूद मीनू पिछले 10 वर्षो से बड़े पैमाने पर नगदी फसल की खेती कर इलाके के अन्य युवाओं और किसानों के लिए नजीर पेश कर रहे है. मीनू ने बताया कि गरीब परिवार से होने के कारण 10वीं की पढ़ाई के बाद से ही पिता के साथ खेती में हाथ बंटाने लगा था.
उन्होंने बताया कि पहले खेती से सिर्फ परिवार का भरण-पोषण हो पाता था, लेकिन अब सब्जी की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे है. मीनू ने बताया कि स्नातक करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए कुछ सालों तक प्रयास भी किया, लेकिन जब सफलता नहीं मिल सकी तो निराश नहीं हुए और सब्जी की खेती करने की योजना बनाई. इससे बेहतर कमाई हो रही है.
मीनू सारनाथ प्रजाति के बोरो की कर रहे हैं खेती
मीनू ने बताया कि पट्टे पर जमीन लेकर अलग-अलग प्रकार की सब्जियां उगाते है. फिलहाल उनके खेत में बोरो की सब्जी का अच्छा फलन हो रहा है. जिसको बाजार में बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं. मीनू ने बताया कि इस बार सवा दो बीघा जमीन में बोरो की खेती किए है. यह बोरो सारनाथ वैरायटी का है. उन्होंने बताया कि अन्य किसान मित्रों के यहां भी इसी वैरायटी का बोरो उगाया जा रहा है. इसकी खासियत है कि इस किस्म का बोरो अन्य की तुलना में ज्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है. साथ ही पौधों में इसका फलन भी अत्यधिक मात्रा में होता है. जिससे किसानों को अच्छी बचत हो जाती है.
रोजाना सब्जी बेचकर ढाई हजार कमा रहे हैं मुनाफा
मीनू ने बताया कि अभी 22 से 25 रुपए प्रति किलो के रेट से बोरो की बिक्री स्थानीय सब्जी मंडी में करते है. वहीं प्रतिदिन एक क्विंटल से ज्यादा बोरो खेत से निकलता है. जिसको बेचने के बाद दो से ढाई हजार तक की रोजाना बचत होती है. उन्होंने बताया कि इसकी खेती में लागत 20 हजार के लगभग आया था. लेकिन पैदावार देखने के बाद उम्मीद है कि इस बार खर्च काटकर 60 से 70 हजार तक का मुनाफा आसानी से हो जाएगा
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FIRST PUBLISHED : September 03, 2023, 21:28 IST