गैर बासमती चावल होगा निर्यात, भारत ने दी 1.43 लाख टन देने की अनुमति

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डीजीएफटी ने भूटान को 79,000 टन, मॉरीशस को 14,000 टन और सिंगापुर को 50,000 टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात को अधिसूचित किया है। हालांकि घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिये 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर लगाया गया प्रतिबंध जारी है।

नयी दिल्ली। सरकार ने बुधवार को भूटान, मॉरीशस और सिंगापुर को 1.43 लाख टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात की अनुमति दे दी।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) के माध्यम से इस निर्यात की अनुमति दी गई है।

डीजीएफटी ने भूटान को 79,000 टन, मॉरीशस को 14,000 टन और सिंगापुर को 50,000 टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात को अधिसूचित किया है।
हालांकि घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिये 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर लगाया गया प्रतिबंध जारी है, लेकिन अन्य देशों को उनकी खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिये और अनुरोध पर सरकार से अनुमोदन से निर्यात की अनुमति दी गयी है।
बयान के अनुसार, ‘‘भूटान, मॉरीशस और सिंगापुर को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात के लिये अधिसूचित किया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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