गरीबी ने छीनी पढ़ाई, शुरू किया गाना, खेसारी और पवन के टक्कर का है यह लड़का

विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. मां सरस्वती का आशीर्वाद घर नहीं कला देखकर मिलता है. इस बात को फिर एक बार साबित किया है पूर्णिया के सुमन प्रेमी ने. 17 वर्ष की उम्र में उनके लिखे और गए गाने खूब वायरल हो रहे हैं. इसी का नतीजा है कि यूपी की एक बड़ी म्यूजिक कंपनी में इनको एक एल्बम के लिए साइन किया है. बता दें कि सुमन प्रेमी का अभी हाल में हुए रेलवे दुर्घटना में गया एक गाना काफी वायरल हुआ था. उसके बाद उनकी चर्चा खूब होने लगी. लोगों का कहना है उसे सुमन एक दिन खेसारी लाल यादव और पवन सिंह से भी ऊंचा मुकाम पाएगा.

पूर्णिया के केनगर प्रखंड क्षेत्र के काझा ग्राम के एक गरीब परिवार से आने वाला सुमन प्रेमी के गले में साक्षात मां सरस्वती का वास है.सुमन प्रेमी ने कहा कि उसे गाना गाने का बचपन से ही शौक रहा. जब वह अपने स्कूल पठन-पाठन के लिए जाया करते थे.तो विद्यालयों में भी इस तरह का संगीत कार्यक्रम चलाया जाता था. जिसे देख उन्हें अपने गाना गाने की दुनिया में आने का मन हुआ. तब से ही उन्होंने अपने अथक प्रयास से अब तक लगभग 30 से अधिक गानों को लिख चुका है. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि अब तक वह कई सारे एल्बम भी बना चुके हैं. अब बिहार ही नहीं उत्तर प्रदेश की एक बड़ी म्यूजिकल कंपनी के द्वारा उन्हें एल्बम बनाने के लिए भी ऑफर मिला हैं.

घर की आर्थिक हालात ठीक नहीं
सुमन प्रेमी ने बताया कि मेरी उम्र मात्र 17 वर्ष है. भोजपुरी, हिंदी सहित मैथिली गायकों के लिए अलग-अलग गाना तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है. पिता राजू मंडल पेशे से मजदूरी करते हैं, तो वहीं उनकी मां भी मजदूरी करती है. जिस कारण उन्होंने अपनी पढ़ाई को आधी अधूरी ही छोड़कर गाना की दुनिया में अपना कैरियर बनाना चाहा और अपनी मंजिल पर पहुंचने के लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं.

सभी से सपोर्ट की अपील
सुमन प्रेमी का रेल दुर्घटना पर गाना काफी वायरल हो रहा है. कई मंचों पर इसको शेयर किया गया है.नाना परेश मंडल, नानी एवं पापा राजू मंडल, मम्मी रानी देवी सहित अन्य ग्रामीणों ने उनके इस प्रयास को खूब पसंद कर रहें हैं. सभी लोगों ने आम लोगों से भी सपोर्ट करने की अपील की है.

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