नई दिल्ली. कोरोना-लॉकडाउन (Corona) का असर तो बाज़ार पर बाद में दिखाई दिया, लेकिन इलायची (Cardamom) के दाम उससे पहले ही बढ़ना शुरु हो गए थे. जनवरी 2020 में चढ़ना शुरु हुए इलायची के दाम अनलॉक तक 7 हज़ार रुपये किलो तक पहुंच गए थे. रेट बढ़ने के चलते भारतीय इलायची के सबसे बड़े ग्राहक सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने भी इलायची की खरीद कम कर दी. नुक्कड़ के चाय और पान वाले ने भी इलायची का इस्तेमाल बंद कर दिया. लेकिन अब एक बार फिर से इलाचयी अपने पुराने रेट पर उतर आई है.
अब 2 से 3 हज़ार रुपये किलो तक बिक रही है इलायची
खारी बावली के थोक कारोबारियों की मानें तो अच्छी क्वालिटी की इलायची 7 हज़ार रुपये किलो के भाव तक पहुंच गई थी. रेट बढ़ने का असर एक्सपोर्ट पर भी पड़ा था. भारतीय बाज़ार में भी इलायची की डिमांड कम हो गई थी. हालांकि बाज़ार में 5 हज़ार रुपये किलो की इलायची भी थी, लेकिन मांग न तो सस्ते की थी और न अच्छी क्वालिटी वाली इलायची की. लेकिन माल आने के साथ ही अब इलायची के दाम गिरने लगे हैं. दिवाली के कुछ दिन पहले से इलायची के दाम गिरना शुरु हो गए थे. आज बाज़ार में 2 से लेकर 3 हज़ार रुपये किलो तक इलायची बिक रही है.
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कहीं सूखा तो कहीं बाढ़ के चलते महंगी हुई थी इलायची
जानकरों की मानें तो 2019-20 में साउथ के कई राज्यों में कहीं बारिश कम होने से सूखा पड़ा तो कहीं जरूरत से ज़्यादा बारिश हो गई. जिसका सीधा असर इलायची की खेती पर पड़ा. जिसके चलते एक्सपोर्ट की डिमांड भी पूरी नहीं हुई और स्थानीय बाज़ार को भी इलायची नहीं मिल पाई और रेट बढ़ते चले गए. बारिश के उतार-चढ़ाव से पहले बाज़ार में रोजना 30 से 40 टन इलायची रोज आ रही थी. लेकिन मौसम की मार ने इस आवाक को कमजोर कर दिया.
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FIRST PUBLISHED : November 30, 2020, 11:53 IST