गोरखपुरएक घंटा पहले
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गोरखपुर में प्रमुख सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि किसी भी कीमत पर दिव्यांगजनों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। जो भी निर्माण कार्य अधूरे हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। वह सोमवार को गोरखपुर में दिव्यांगजनों के लिए संचालित संस्थाओं का निरीक्षण आए थे।
बीआरडी मेडिकल कालेज पहुंचकर उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से निर्माणाधीन केंद्रीय पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। सीआरसी के निर्माणाधीन भवन की स्वीकृत लागत 23.26 करोड़ रुपये है। जबकि 18.86 करोड़ की धनराशि सीपीडब्लूडी को अवमुक्त भी हो चुकी है। कार्यदायी संस्था ने बताया कि भौतिक प्रगति 95 प्रतिशत हो चुकी है। जबकि 20 दिसम्बर तक भवन हस्तांतरित करने का अन्तिम समय है। प्रमुख सचिव के निरीक्षण में मौके पर फॉलसीलिंग का काम होते मिला। वहीं बिल्डिंग की दिवारों पर ग्लास वर्क भी पूरा नहीं हो पाया है। कार्य की धीमी गति देख नाराज हुए प्रमुख सचिव ने कार्यदायी संस्था को फटकार लगाते हुए कार्य को तीव्र गति से करने के निर्देश दिया।

नव-निर्मित संकेत राजकीय मूक बधिर विद्यालय का भी निरीक्षण
इसके बाद प्रमुख सचिव ने नार्मल कैम्पस में निदेशक और संयुक्त निदेशक के साथ दिव्यांग विभाग के तहत संचालित मानसिक मंदित बच्चों के आश्रय गृह के लिए संचालित संस्था एमआर होम का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संस्था को गुणवत्तापूर्ण काम करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने नार्मल कैम्पस में अन्य नव-निर्मित संकेत राजकीय मूक बधिर विद्यालय का भी निरीक्षण किया।

कार्यों को जल्दी पूरा कर हस्तांतरण का निर्देश दिया
निरीक्षण के दौरान पायी गयी कमियों के सम्बन्ध में कार्यदायी संस्था की क्लास लगाते हुए उन्होंने बचे हुए कार्यों को जल्दी पूरा कर हस्तांतरण का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्कूल का संचालन हमारी प्राथमिकता में है। इस दौरान निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण भूपेन्द्र एस चौधरी, संयुक्त निदेशक अमित कुमार सिंह, सीआरसी के प्रशासनिक अधिकारी अनिल कुमार रावल आदि मौजूद रहे।