परमजीत कुमार, देवघर. रक्षाबंधन को हिन्द धर्म में पवित्र पर्व माना जाता है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई बहन की सुरक्षा का वचन देता है. यह पर्व प्रत्येक साल सावन मास के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है.
लेकिन इस बार राखी पर्व की तारीख को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति देखी जा रही है. लोगों को दुविधा है कि रक्षाबंधन 30 अगस्त को मनाएं या 31 अगस्त को. इस संबंध में लोकल 18 ने देवघर स्थित बैद्यनाथ मंदिर के प्रसिद्ध तीर्थ पुरोहित सह ज्योतिषी बाबा प्रमोद श्रृंगारी से बात की…
कब है रक्षाबंधन?
प्रमोद श्रृंगारी ने इस साल सावन पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 30 अगस्त (बुधवार) को दिन के 11.30 बजे हो रही है और 31 अगस्त की सुबह 7.57 बजे तक रहने वाला है. लेकिन 30 अगस्त को पूर्णिमा के साथ भद्रा भी शुरू हो रहा है. मान्यता है कि भद्रा के दौरान राखी नहीं बांधनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ होता है.
भद्रा 30 अगस्त की रात 9.59 बजे तक रहने वाला है. फिर रात में राखी नहीं बंधी जाती है. ऐसे में 31 अगस्त (गुरुवार) को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि गुरुवार को पूर्णिमा पड़ना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग भी बन रहा है.
200 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग
ज्योतिषी के अनुसार रक्षाबंधन पर 200 साल बाद अद्भुत संयोग बन रहा है. इस पर्व पर शनि और गुरु ग्रह का शुभ प्रभाव रहने वाला है. गुरुवार यानि रक्षाबंधन के दिन दोनों ग्रह वक्री अवस्था में अपनी स्वराशि में विराजमान रहेंगे. यह संयोग 200 साल बाद बन रहा है. वहीं, 24 साल बाद यह पर्व सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और शतभिषा नक्षत्र में मनाया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : August 29, 2023, 07:42 IST