कनाडा ने भारत के साथ एफटीए पर जारी वार्ता रोकी : अधिकारी

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भारत उद्योग पेशेवरों की आवाजाही के लिए आसान वीजा मानदंडों के अलावा कपड़ा और चमड़े जैसे उत्पादों के लिए शुल्क मुक्त पहुंच चाह रहा था। कनाडा की रुचि डेयरी और कृषि उत्पाद, जैसे क्षेत्रों में है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 8.16 अरब डॉलर हो गया है, जो वित्त वर्ष 2021-22 में सात अरब डॉलर था।

कनाडा ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए जारी वार्ता पर रोक लगा दी है। दोनों देश अब भविष्य में आपसी सहमति से इसे बहाल करने पर निर्णय लेंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने पीटीआई-से कहा, “कनाडाई पक्ष ने बताया कि वे भारत-कनाडा के बीच प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौते पर वार्ता को रोक रहे हैं। इससे दोनों पक्ष (वार्ता की) प्रगति और अगले कदमों की समीक्षा कर सकेंगे। हम आपसी सहमति से तय करेंगे कि बातचीत कब दोबारा शुरू होगी।”
व्यापार समझौते पर दोनों देशों के बीच अब तक आधा दर्जन से अधिक दौर की बातचीत हो चुकी है।

दोनों देशों ने पिछले साल मार्च में एक अंतरिम समझौते के लिए बातचीत बहाल की, जिसे आधिकारिक तौर पर प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौता (ईपीटीए) कहा गया।
ऐसे समझौतों में, दोनों देश अपने बीच व्यापार वाली अधिकतम वस्तुओं पर सीमा शुल्क को काफी कम या समाप्त कर देते हैं। वे सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देने और निवेश आकर्षित करने के लिए मानदंडों को लचीला बनाते हैं।

भारत उद्योग पेशेवरों की आवाजाही के लिए आसान वीजा मानदंडों के अलावा कपड़ा और चमड़े जैसे उत्पादों के लिए शुल्क मुक्त पहुंच चाह रहा था। कनाडा की रुचि डेयरी और कृषि उत्पाद, जैसे क्षेत्रों में है।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 8.16 अरब डॉलर हो गया है, जो वित्त वर्ष 2021-22 में सात अरब डॉलर था।

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