एक ही काम के दो वेतनमान दे रहा नगर निगम: नगर निगम के स्कूलों में आउटसोर्सिंग से तैनात सहायक अध्यापिकाओं ने जताई नाराजगी, नगर आयुक्त से हुई शिकायत

लखनऊ35 मिनट पहले

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नगर निगम अपने ही कॉलेजों में कार्यरत महिला शिक्षकों से दोहरा बर्ताव कर रहा है। किसी शिक्षक को 25 हजार तो किसी को 15 हजार व किसी को 10 हजार रुपये वेतन दिया जा रहा है। इससे नगर निगम के स्कूलों में आउटसोर्सिंग से तैनात सहायक अध्यापिकाओं के पद पर कार्य रहीं शिक्षिकाओं में नाराजगी है।

शिक्षक दिवस पर मंगलवार को शिक्षिकाओं ने नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह से मुलाकात कर उन्हें भेदभाव के बारे में बताया। असल में, नगर निगम से सात शैक्षिक संस्थान संचालित हो रहे हैं। इनमें से ज्यादातर स्कूल, कॉलेजों में नियमित शिक्षक व शिक्षिकाएं सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। इससे एजेंसी के जरिए लंबे समय से शिक्षिकाएं शिक्षण कार्य रही हैं। कहा यहां वेतन में भेदभाव हो रहा है।

अमीनाबाद में 25 तो कश्मीरी मोहल्ला के स्कूल में 15 हजार मिल रहा

नगर निगम की ओर से संचालित अमीनाबाद इंटर कॉलेज में अभिषेक सिक्योरिटी के माध्यम से जो टीचर रखे गए हैं, उन्हें 25000 रुपये माह वेतन दिया जा रहा है। जबकि नगर निगम के ही दूसरे कश्मीरी मोहल्ला म्युनिसिपल गर्ल्स इंटर कॉलेज की महिला शिक्षकों को समान योग्यता होने पर भी 15000 रुपये वेतन दिया जा रहा है। कटौती के बाद 11,587 रुपया ही मिल रहा है। इसी तरह चिल्डेन म्यूनिसिपल व मॉडल हाउस मांटेसरी स्कूल में एजेंसी से कार्यरत शिक्षिकाओं को 10 हजार रुपये वेतन निर्धारित है लेकिन कटौती के बाद 7250 रुपये का भुगतान होेता है। शिक्षिकाओं का कहना है कि इतने कम वेतन में खर्च चलाना मुश्किल होता है।

बताया कि तत्कालीन नगर आयुक्त ने प्राथमिक, माध्यमिक शिक्षकों के वेतन में योग्यता के आधार पर वेतन का निर्धारण करते हुए बढोत्तरी की थी। इससे जूनियर शिक्षकों का वेतन 5000 से बढ़ाकर 10 हजार व सीनियर टीचरों का वेतन 10 हजार से बढ़Þाकर 15 हजार रुपये किया गया था। लेकिन पूर्व नगर आयुक्त ने भेदभाव बरते हुए वेतन बढ़ाते हुए बड़ा अंतर कर दिया। भेदभाव का मामला हाल में कुछ पार्षदों ने नगर निगम सदन में भी उठाया था।

नगर निगम कार्यकारिणी में भी मुद्दा उठा था

नगर निगम कार्यकारिणी में भी यह मुद्दा उठा था। महिला शिक्षकों ने महापौर सुषमा खर्कवाल से भी भेंट की थी। शिक्षक दिवस पर सभी महिला शिक्षकों ने नगर आयुक्त से मिलकर भेदभाव की जानकारी दी। इसी तरह कार्यदायी संस्थाओं से तैनात कंप्यूटर आपरेटरों को भी दिए जाने वाले वेतन में भी विसंगतियां है। जोनों में तैनात कंप्यूटर आपरेटरों को 10,000 रुपये व लेखा विभाग में तैनात कंप्यूूटर आपरेटरों को 18,000 रुपये वेतन दिया जा रहा है।

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