एक दर्जन गांवों के छात्रों का बाहर निकलना हुआ मुश्किल! ग्रामीणों की बढ़ी परेशानी, जानें करण

दीपक पाण्डेय/खरगोन : बीते दिनों मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में लोगों के घर डूब गए तो वहीं नदी नाले तूफान पर रहने से सड़के और पुलिया बह गई या क्षतिग्रस्त हो गई. जिसकी वजह से कई गांवों का संपर्क टूट चुका है. ग्रामीणों को आने-जाने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

यही हाल खरगोन जिले में भी देखने को मिले हैं. जिले के बड़वाह क्षेत्र में आने वाले मोरटक्का पुल सहित महेश्वर तहसील के मंडलेश्वर-महू स्टेट हाइवे क्रमांक 01 के बीच आने वाली दो सड़के क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. जिससे  10 से ज्यादा गांवों का शहर से संपर्क टूट चुका है. आवाजाही बंद हो गई है. शहर से गांव तक चलने वाली बसें और छोटे साधन पूरी तरीके से बंद हैं.

सड़क का 25 फीसदी हिस्सा गायब
आपको बता दें कि मंडलेश्वर से मात्र ढाई किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत ठनगाव अंतर्गत आने वाले तालाब के ऊपर बने पुराने पुल के दोनो छोर पर सड़क के नीचे तालाब के पानी से मिट्टी का कटाव हो जाने की वजह से सड़क खोखली हो चुकी है. इसलिए यह सड़क अब धीरे-धीरे टूट कर गिरने लग गई है. सड़क का करीब 25 फीसदी हिस्सा टूटकर गिर चुका है. पिछले तीन दिनों से प्रशासन द्वारा इस मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई है. वही मंडलेश्वर से 9 किलोमीटर दूर इसी मार्ग पर गांव चोली के पास पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है. साथ ही पुलिया के पास की सड़क पानी में बह गई है. इसलिए इस मार्ग को भी पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है.

इतने गांव हुए प्रभावित
एक ही मार्ग पर दो जगह सड़के और पुलिया क्षतिग्रस्त होने की वजह से क्षेत्र के गांव ठनगाव, समराज़ सांगी, चोली, बबलाई, सोमाखेडी, बगदरा, मोगावा सहित करीब एक दर्जन गांवों के लोग प्रभावित हुए हैं. इन गांव के निवासी जरूरत के सामान के लिए मंडलेश्वर आते हैं लेकिन आवागमन बंद होने से ना तो गांव के लोग शहर तक पहुंच पा रहे हैं, ना ही व्यापारी अपनी दुकानों तक पहुंच पा रहे हैं. इसके अलावा स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं भी स्कूल और कॉलेज नहीं जा पा रहे हैं.

ये हो सकता है वैकल्पिक मार्ग
ग्रामीणों ने बताया की मार्ग बंद होने से उन्हे मंडलेश्वर आने के लिया 15 से 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करके महेश्वर होते हुए आना पड़ रहा है. जबकि मंडलेश्वर से महू जाने वालो को या तो महेश्वर से बबलाई होते हुए या फिर छोटी खरगोन से पीएचई रोड़ होते हुए टोल गेट पहुंचना पड़ रहा है. लेकिन वही लोग आ जा सकते है जिनके पास खुद का वाहन हो. बसों और टेंपू पर निर्भर लोग गांव से बाहर नहीं निकल पा रहे है.

अभी लग सकता है समय
इधर एमपीआरडीसी के सहायक प्रबंधन धन सिंह मुवेल में बताया की पानी ज्यादा जा रहा है. ट्राफिट यातायात शुरू करने के लिए अभी समय लगेगा. कोशिश कर रहे है की स्कूल बसे निकलना शुरू कर दें. अभी दोनो जगह मुरूम डालकर यातायात शुरू करेंगे. सड़क और पुलिया के बनाने के लिया एक से डेढ़ महीने का समय लग सकता है.

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