अंकित दुदानी/पंचकुला. जीवन में कई बार हंसते खेलते मजाक-मजाक में हम कुछ ऐसा कर जाते हैं जिसकी कल्पना करना बेहद ही कठिन होता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है चंडीगढ़ के रहने वाले बलविंदर सिंह. बलविंदर सिंह ने एक ऐसी घड़ी तैयार की है जो कि चलती तो उल्टी है लेकिन समय बिल्कुल सही बताती है. आमतौर पर घड़ी हमेशा क्लॉक वाइज चलती है लेकिन बलविंदर सिंह ने अपनी सोच से अलग एक ऐसी घड़ी तैयार की है जो कि उल्टी चलती है. लेकिन समय बिल्कुल सीधा बताती है. खास बात ये है कि बलविंदर सिंह का ऐसी घड़ी बनाने का कोई इरादा नहीं था बल्कि उसने ये घड़ी दोस्त से लगी शर्त पर तैयार की.
बलविंदर सिंह ने बताया कि उनके दोस्त ने उनसे एक दिन कहा कि राजस्थान में कहीं उन्होंने ऐसी घड़ी देखी है जो उल्टी चलती है लेकिन समय ठीक बताती है. इस पर बलविंदर सिंह ने कहा कि यह कौन सी बड़ी बात है ऐसी घड़ी तो बनाई जा सकती है. इतना कहने पर दोनों दोस्तों में ₹500 की शर्त लग गई और इसी शर्त को जीतने के लिए बलविंदर सिंह ने काफी मेहनत की और अपनी सोच और तकनीक को इस्तेमाल करके उल्टी चलने वाली घड़ी बना डाली. उन्होंने ने बताया कि इस घड़ी को बनाने के लिए बहुंत सारी घड़ियों को खराब किया और काफी मेहनत करने के बाद उन्होंने आखिरकार एंटी क्लॉक वाइज यानी कि उल्टी घड़ी तैयार की, जो कि समय बिल्कुल आम घड़ी की तरह सही बताती हैं.
10 दिन रख सकती है जिंदा
इस घड़ी में बहुत सी खासियत है. इस घड़ी में आपको समय के अलावा जड़ी बूटियां फर्स्ट एड जैसा सामान भी रखा मिलेगा. जिसको लेकर बलविंदर तर्क देते हैं कि भविष्य में अगर किसी तरह की प्राकृतिक आपदा यानी कि भूकंप आता है तो उस समय अगर ये घड़ी हमारे पास हो तो आसानी से इन जड़ी बूटियों की मदद से करीबन 8 से 10 दिन खाकर जिंदा रहा जा सकता है और इसके अलावा कहीं चोट लगी हो तो अपनी मरहम पट्टी भी की जा सकती है.
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ वेस्ट से बना सामान
बलविंदर सिंह ने घड़ी के अलावा कई और चीज़े भी तैयार की है. उन्होंने वेस्ट चीजों से सबसे छोटा टेबल लैंप भी बनाया है जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. उन्होंने ने जुगाड़ तकनीक से सबसे छोटा पेडेस्ट्रिअल फैन बनाया है. जिसकी लम्बाई मात्र 8 इंच है. जुगाड़ तकनीक से चीज़े बनाना उनका शौक है. वहीं, बलविंदर सिंह के पास वजन तोलने के ग्राम का भी काफी कलेक्शन है. इसके साथ साथ पुराने सिक्के इकट्ठा करना भी उनका शौक है. बलविंदर सिंह ने लोगों और खासकर युवाओं को संदेश दिया कि वह कुछ इस तरह का काम करें और अपने आप को व्यस्त रखें जिससे कि देश-विदेश में और जीवन में उनका नाम हो और व्यस्त रहने से वो कभी डिप्रेशन का शिकार भी नहीं होंगे. आज के दिन बच्चे और बड़े ज्यादा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. उससे बचने का भी यह तरीका है कि अपने आप को व्यस्त रखा जाए.
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FIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 13:58 IST