ताई का भी छलका दर्द
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के बाद पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का भी दर्द उभर आया है। विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी घोषणा पत्र बना रही है, इसके लिए इंदौर की जनता से उनकी सहमति और सुझाव मांगे जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में पहुंची पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से जब पूछा गया कि चुनाव के ठीक पहले बीजेपी के पुराने नेता पार्टी छोड़कर जा रहे है, जिसमें भंवर सिंह शेखावत भी शामिल है।
इस सवाल के जवाब में सुमित्रा महाजन ने कहा कि जो छोड़कर जा रहे हैं, मैं उन्हें रोक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि जो पार्टी के लिए लंबे समय से काम करते आ रहे हैं, पार्टी को उनके बारे में विचार करना चाहिए, इतना ही नहीं ताई ने यह भी कह दिया कि ऐसे लोगों में मेरा नाम भी शामिल है।
बेटे के लिए संघर्ष कर रहीं ताई?
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष व सात बार सांसद रहीं सुमित्रा महाजन का बीजेपी को इस तरह नसीहत देना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। उम्रदराजी का हवाला देते हुए पार्टी ने 2019 लोकसभा चुनाव में ताई को टिकट नहीं दिया, तो वर्तमान में वे बीजेपी के किसी पद पर भी नहीं है। इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय विधायक है। मालिनी गौड़ अपने बेटे के लिए भी टिकट की दावेदारी कर सकती हैं तो ऐसे में आखिर सुमित्रा महाजन भी अपने बेटे मंदार महाजन को राजनीति में देखना चाह रही हैं।
विधानसभा चुनाव को लेकर उमा भारती की ये मांग
पार्टी से नाराज हुई पूर्व सीएम उमा भारती ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को एक पत्रा भेजकर अपने पसंदीदा 19 नेताओं के लिए टिकट की मांग कर दी है। ये पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इससे पहले उमा भारती ने सीधे यह तक कह दिया था कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश में सरकार बनाई तो मैंने भी 22 सीटें जितवाई हैं।