आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही: लोककलाओं के साथ जिले की विशेषताएं होंगी उजागर, महोत्सव एक बेहतर प्लेटफार्म

आजमगढ़33 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही को मोमेंटो देकर सम्मानित करते जिले के एडीएम फाइनेंस आजाद भगत सिंह। - Dainik Bhaskar

आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही को मोमेंटो देकर सम्मानित करते जिले के एडीएम फाइनेंस आजाद भगत सिंह।

आजमगढ़ महोत्सव कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राजकीय पालिटेक्निक कॉलेज आजमगढ़ के परिसर में महोत्सव-2023 का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में मैथिली ठाकुर द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति, जस्सू खान द्वारा राजस्थानी लोक गायन एवं संगीत नाटक अकादमी द्वारा ब्रज की होली की प्रस्तुति की गयी। कार्यक्रम के दौरान जिले के समस्त अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में आम जनमानस रहे। प्रदेश सरकार कृषि मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन और स्थानीय नागरिकों ने मिलकर एक सप्ताह का कार्यक्रम जिसमें आजमगढ़ के गौरवशाली अतीत और विकसित और विकासयुक्त आजमगढ़ में प्रस्तुत के माध्यम से की जा सकेगी। लोक कलाओं के साथ यहां के कारीगर, कला जो यहां जनता के बीच उजागर हो सकेंगी। उसके माध्यम से आजमगढ़ एक विकसित के रूप में खड़ा हो सकेगा। प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव पर विकसित भारत का संकल्प ले रखा है, उसी के क्रम प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी लिया है। इसलिए हर महोत्सव के माध्यम से उस जनपद की विशेषताएं उनके बीच जा रही है। एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री ने एक जनपद एक उत्पाद की चर्चा किया था।

आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया सम्मानित।

आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया सम्मानित।

यूपी की सांस्कृतिक विरासत को पूरी दुनिया में प्रस्तुत कर रहे पीएम
प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही का कहना है कि शासन का थीम है कि जो उत्तर प्रदेश नहीं देखा उसने भारत नहीं देखा। कृषि मंत्री ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश है जहां गंगा, जमुना, सरजू जैसी पवित्र नदियों का अनंत चलने वाले परवाह है। यहां उत्तर प्रदेश के भीतर अयोध्या में भगवान श्री राम जन्मभूमि है। विश्व की प्राचीन सांस्कृतिक नगरी काशी उत्तर प्रदेश के भीतर विराजमान है, जहां बाबा काशी विश्वनाथ विराजते हैं।

यूपी नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा

इसी तरह से भगवान श्री कृष्ण की भूमि मथुरा और गौतम बुद्ध की उत्तर प्रदेश के कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में है। सारनाथ जहां पर उन्होंने ज्ञान वितरित किया, वह स्थान उत्तर प्रदेश के पास है। आगरा की सांस्कृतिक विरासत उत्तर प्रदेश के पास है। बुंदेलखंड की बुंदेली शहादत और संघर्ष की कहानी, आल्हा रुदल की धरती उत्तर प्रदेश में है। मां विंध्यवासिनी उत्तर प्रदेश में है। इसलिए उत्तर प्रदेश जिसने नहीं देखा वह भारत को नहीं देखा। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के पर्यटक और सांस्कृतिक विरासत को पूरे दुनिया में प्रस्तुत करने के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में निरंतर काम को बढ़ाया है, उसी क्रम में आजमगढ़ की जो गौरवशाली परंपरा, इतिहास और ख्याति रही उसको इन माध्यमों से उजागर कर सकें। इस अवसर पर आजमगढ़ महोत्सव के नोडल अधिकारी एडीएम वित्त आजाद भगत सिंह ने प्रभारी मंत्री को मोमेंटो देकर स्वागत किया।

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *