
केजरीवाल हिंदुस्तान की सबसे झूठे राजनेता : नरोत्तम मिश्रा
गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिख कर दिया था कि गुजरात में उनकी सरकार बनेगी। इसी बात को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि अरविंद केजरीवाल हिंदुस्तान के सबसे बड़े झूठ बोलने वाले राजनेता है। झूठ और भ्रम फैलाकर सियासी रोटियां सेंकने की उनकी राजनीति को जनता अब अच्छी तरह समझ चुकी है। लिख कर देना यह सब उनका चुनाव प्रचार करने का एक तरीका होता है। केजरीवाल की आप पहले के वीडियो देखिए और अभी के वीडियो देखिए। केजरीवाल की जुबान कब बदल जाती है पता नहीं चलता। धीरे-धीरे दिल्ली की जनता को भी उनके बारे में समझ में आने लगेगा।

शिवराज जी नहीं कमलनाथ जी धमकाते कर्मचारियों को : मिश्रा
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकाने का काम कमलनाथ जी करते हैं। भाजपा सरकार मेंं गलत काम करने वालों को दंडित और अच्छा काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जा रहा है। दरअसल पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अधिकारी कर्मचारियों को धमका रहे हैं। जिसको लेकर आज गृहमंत्री ने पलटवार किया।

इंदौर लॉ कॉलेज में पीएफआई कनेक्शन : नरोत्तम मिश्रा
इंदौर शासकीय नवीन लॉ कॉलेज मामले में विवादित किताब के मामले पर अब सरकार सख्त कार्रवाई करते हुए दिखाई दे रही है। कॉलेज के प्राचार्य सहायक अध्यापक को सस्पेंड और तीन गेस्ट टीचर को बर्खास्त कर दिया गया है। इस पूरे मामले पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इंदौर शासकीय लॉ कॉलेज मामले में संलिप्त लोगों के पीएफआई या राष्ट्रविरोधी तत्वों से कनेक्शन की भी जांच की जा रही है।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में दोहराया जाएगा गुजरात का इतिहास
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान गुजरात चुनाव को लेकर कहा कि मध्यप्रदेश में भी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गुजरात का इतिहास दोहराया जाएगा। हालांकि पत्रकारों ने गुजरात चुनाव में हुए परिवर्तन को लेकर सवाल किया था। दरअसल गुजरात विधानसभा चुनाव में कई पुराने विधायकों की टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया गया। उसी के संदर्भ में पत्रकारों ने गृहमंत्री सवाल पूछा था।