दरअसल, प्रदेश में सरकारी स्कूल में काफी सालों से टीचर अतिथि शिक्षक के रूप में शिक्षण करने के साथ अपने नियमितीकरण की मांग कर रहे थे। चुनावी साल में सीएम शिवराज ने महापंचायत में शामिल होकर उनके लिए कई घोषणाएं की है। जिसने अतिथि शिक्षकों का दिल खुश कर दिया है।
पूरे वर्ष मिलेगा मानदेय
अब अतिथि शिक्षकों का अनुबंध पूरे साल के लिए किया जाएगा यानि कि उन्हें पूरे 12 महीने ही वेतन मिलेगा। शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत पद अतिथि शिक्षकों के लिए आरक्षित रहेंगे। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब वर्ग एक के अतिथि शिक्षकों का मानदेय 9000 से बढ़कर 18000 रुपए किया जाएगा। वहीं, वर्ग 2 के अतिथि शिक्षकों का मानदेय 7000 से बढ़कर 14000 किया जाएगा। वर्ग 3 के अतिथि शिक्षकों को 5000 से बढ़कर 10,000 मासिक मानदेय दिया जाएगा।
परमानेंट करने की बनाई जाएगी योजना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि साल भर के लिए होने वाले अनुबंध से अतिथि शिक्षक अनिश्चित के भाव से निकाल पाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बीच में अब कोई भी गैप नहीं होगा, एक बार अनुबंध हो गया तो पूरे साल चलेगा। इस अनिश्चिता के भंवर से निकालने की भी परमानेंट कोई योजना बनानी पड़ेगी।
अनुभवी हैं अतिथि शिक्षक
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्योंकि जो पढ़ा रहे हैं। जो अनुभवी हैं, बरसों का व्यवहारिक ज्ञान जिनको है। अगर वो भर्ती होंगें तो मैं समझता हूं कि वो बेहतर ढंग से बच्चों को पढ़ा सकेंगे और ये व्यवस्था अगली भर्ती से ही जैसे होती है। तत्काल हम लागू करने का काम करेंगे। शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों से संकल्प भी लिया।
अतिथि शिक्षकों का भविष्य होगा सुरक्षित
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आपका एक कमिटमेंट मुझे चाहिए कि पढ़ाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। और दूसरा कमिटमेंट मेरा है कि मैं आपकी जिंदगी में अनिश्चितता नहीं रहने दूंगा। निश्चितता लाकर ही चैन की सांस लूंगा। नीति बनकर आपके भविष्य को भी सुरक्षित रखेंगे।