अंतरराष्ट्रीय वन्य जीव तस्करी गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार, दुर्लभ प्रजाति का सांप बरामद

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सूत्रों के मुताबिक, वहां पर कुछ लोगों ने उसे जंगल में ले जाकर एक बैग में यह ‘रेड सैण्ड बोवा’ सांप दिया था, जिसे लेकर वह गोरखपुर आया था। उन्होंने बताया कि इस सांप का प्रयोग तंत्र-मंत्र और दवा बनाने में किया जाता है तथा नेपाल के रास्ते चीन तक सांप की तस्करी होती है। सूत्रों ने बताया कि इस मामले में आगे की कार्यवाही वन विभाग द्वारा की जा रही है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वन्यजीवों की तस्करी करने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक दुर्लभ प्रजाति का सांप बरामद किया है।
एसटीएफ के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि कार्य बल ने सोमवार को गोरखपुर के शाहपुर इलाके में रमाशंकर मौर्य, ओम प्रकाश सिंह, राजाराम और सैफुद्दीन नामक व्यक्तियों को पकड़ कर उनकी तलाशी ली तो उनके कब्जे से दुर्लभ प्रजाति का ‘रेड सैण्ड बोवा’ सांप बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि यह सभी लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वन्यजीवों की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्य हैं।

सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली थी कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 की अनुसूची-एक में चिन्हित ‘रेड सैण्ड बोवा’ सांप को तस्करी कर गोरखपुर से नेपाल ले जाया जा रहा है। इस सूचना पर कर्रवाई करते हुए चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए अभियुक्त रमाशंकर मौर्य ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया है कि उसका गिरोह ‘रेड सैण्ड बोवा’ सांप की तस्करी करता है और शैलेन्द्र यादव, इमरान खान और अरूण सिंह भी इसके सदस्य हैं।
उन्होंने बताया कि इन लोगों ने रमाशंकर मौर्या के बैंक खाते में 20 लाख रुपये जमा किए थे और उसे चेन्नई भेजा था।

सूत्रों के मुताबिक, वहां पर कुछ लोगों ने उसे जंगल में ले जाकर एक बैग में यह ‘रेड सैण्ड बोवा’ सांप दिया था, जिसे लेकर वह गोरखपुर आया था।
उन्होंने बताया कि इस सांप का प्रयोग तंत्र-मंत्र और दवा बनाने में किया जाता है तथा नेपाल के रास्ते चीन तक सांप की तस्करी होती है।
सूत्रों ने बताया कि इस मामले में आगे की कार्यवाही वन विभाग द्वारा की जा रही है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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